आराजकता एक सामाजिक ब्यवस्था की स्थापना की सत्ता के किसी भी रुपका बिरोध करने के मुक्तिबादी बिचार पर आधारित है | ईसाई शैली,और विषेश रूप से अपने संदेश “आओ बाहर का मैट्रिक्स”,देखा जाता है मैट्रिक्स के नागरिको द्वारा बिरोधी पदानुक्रमित बिरोधी संरचनात्मक और बिरोधी संबैधानिक रूप में | रही….दूसरे शब्दों मे, आराजकता को ओर झुकाव |बिषेश रूप से जब यह कहते है कि हमारी आस्था नहीं एक धर्म है , लेकिन एक रिश्ता है; जव यह लिखते है कि बचे हुओं नहीं एक उपदेशक सस्था है, लेकिन एक समूह आत्माओ जो मैट्रिक्स में भगवान् के चरित्र को प्रतिबिंवित की है; जब ये प्रमानित धर्मवलंवियों में वास्ताविकता याजको आधिकारिक याजको |पाष्टरों के साथ एक सममूल्य पर है….आपको एक संदेश है कि अपने मण्डली और/या धर्म की नींव कमजोर लगता है कैसे समर्थन कर सकते है?घोषित ईसाई शैली संदेश भगवान की मर्जी के खिलाफ जाने के लिए मतलव यह नहीं है? क्या सरकारी नेता की है कि अनुभोदन करेगें?हकीकत मे ईसाई शैली एक बिरोधी संरचनात्मक या विरोधी पदानुक्रमित संदेश के पास नही है और यीशुके मण्डली कमजोर नहीं है; लेकिन जो इसे पर सदियो से बसे है मानव/Matrixian अधिरचना बंद स्वच्छ करना चाहाता है |ईसाई शैली प्राचीनका एक संदेश लाता है(इसे वापस रचना और डर्डन को अतित के बाद से)पदानुक्रम/संरचना/सबिधान यह तक कि स्वर्ग में स्वर्गदूतों एक पदानुक्रम की जरूरत नहीं है? शासन कालके स्वर्ग मे आदेश नहीं करता?अगर तथाकथित”नेताओ” बिनम्रता को गले लगा लिया और नौकर बन गया,और तयाकथित”धर्मबलबियों”(भगवान् के कामके पक्षमें सामने लाइन)में सच्चे पुजारी थे,तब वहाँ होगा फल यीशुके मण्डलीको इतिहास में परिणाम है |यह केवल अंत मे मैट्रिक्स ,भ्रम की राजधानी के अंदर खुद को भी गहरा खोजने के लिए बाहार आने के लिए बेतुका होगा|केवल लूसिफर,बिद्रोहियो के पिता,और मैट्रिक्स के राजकुमार आराजकता स्थापना की विदयुत शक्ति,पदानुक्रम और सृष्टिकर्ता परमेश्वर का संगठन सहीत…,के हर रूप के उन्मूलन है जो चाहाता है |