समाज:एक तानाशाही कि,अतीत में;सभी अन्य लोगो के बिपरीत हथियारो और शारीरिक हिंसा के बल पर है, लेकिन संचार और मनोबैग्यानिक हिंसा की सत्ता पर अपनी शक्ति का आधार नहीं| ठंड और implacable भयंकरता के साथ,यह राजनितिक-धार्मिक प्रचार बैग्यानिक परिशुद्धता के साथ बिकर्शित तकनीकों का उपयोग करता है;इसकी प्रबुद्ध वास्तुकार और अपने राक्षसो बशीभूत नागरिकों समाज,की उनकी भावनाओं को और भी उन्हें लगातार एक मनोबैग्यानिक बंधन जिसमें से वे बच नहीं सकते में फंसा रखने के लिए उनकी यादो में हेर- फेर| समाज के राजकुमार का भब्य डिजाइन जावक इसाई क्रियाओं के दमन के लेकिन भीतरी नैतिक छवि के दिलो और उनके प्रंशसको के चरित्र में खुदी हुई भगवान के उन्मूलन के माध्यम से नही प्राप्त(“अधिकार” आध्यत्मिक नियम में कहा जाता है),लोगो पर कुल नियंत्रण हासिल करने में के उदेश्य से है| यह एक असली मनोबैग्यानिक प्रलय है| दूसरे शब्दो में;समाज के नागरिको को जल्दी ही एक दिल और एक भीतरी चरित्र छवि और बुराई की समानता में होगा और अपने जावक क्रियाएँ करने के लिए इस गवाही देगें| मेरी पोल स्टार मुझे स्पष्ट कहता है:”जो लोग समाज के राजकुमार को अंदर की और समाज है के बाहार अभ्यास अन्याय करने के लिए जारी रहेगा;और उन है जो अंदर की और कर रहे हैं को तरह यीशु के बाहार अभ्यास न्याय करने के लिए जारी रहेगा”(पदअसतल प्रकाशित वाक्य 22:11 को देखें)|