राजनीतिक प्रणाली परम्परागत शब्दों और नारे जनता की सहमति पर कब्जा करने के लिए के उपयोग करता है|

आर्थिक प्रणाली और अधिक से अधिक धन एकत्र करना पारंपरिक स्थितियों का लाभ उठाते हुए|

धार्मिक प्राणाली परम्परागत तर्कों का उपयोग करता है वश मे उसके अनुययियों के विवेक|

भगवान,इन पिछले दिनों में; मानव conventionality द्वारा सीमित किया जा करने के लिए खुद eluding समाजिक राजनीति के राज्यपालों के निरात्रण की अनुमति नहीं होगी|

भगवान,इन अंतिम दिनो में पारंपरिक मानव साधन और उपकरण,समाजिक अर्थव्यवस्था के गुरूओं मजाक का उपयोग नहीं होगा|

भगवान इन पिछले दिनों में; पारंपरिक मानव की इच्छा के लिए समाजिक धार्मिक नेताओं को दरकिनार प्रतीक्षा नही करेगा|

इन अंतिम दिनो में भगवान एक अपरंपरागत “भगवान” हो जाएगा|