40 -चालीस

ओमेगाउम्रके DAWNING कीसंख्याचालीसबाइबिल,मेरीपोलस्टारमेंप्रतीकात्मकमहत्वकेएकमहानसौदेकेसाथएकसंख्याहै| संख्याचालीसअग्निपरीळाऔरतैयारी.(भजन 95:10) जिसकेबादइसदैवीयप्रेरित (और Prophetically घोषणाकी) मिशनबहुतपहलेशुरुहोताहैकाप्रतिनिधित्वकरताहै :

1) 40 साल कि मूसा रेगिस्तान मे खर्च करता है इसराइले ले लोग मिस्र; में गुलामी से मुक्ति के लिए एक मान्य साधन माना जा रहा से पहले कर रहे है

2) 40 दिनों कि बिताता मैट्रिक्स के राजकुमार द्वारा परीळा रेगिस्तान में यीयु मसीह के रुप में अपने मिशन की शुरुआत से पहले कर रहे है

3) 40 दिनो कि येशु; जी उठने के बाद, अपने चेलो के साथ बिताता (पचासंवा दिन) पर उन्हे अंभिषेक से पहले उनके अपोस्टोलिक व्यवसाय के लिएं कर रहे है;

लेकिन यह संख्या एक Apocalyptic अर्थो मे महान महत्व पर भी है,यानी मैट्रिक्स की पिछले दिनों के लिए लगते है(देखें ईजेकील 29:11-16)|अग्नि परीळा की इस अवधि के अंत मे,जहां वे फैलाया गया होगा और उन्हें करना होगा लोगों के बिच से अपने प्रशंसको से उनके निवार्सन वापसी परमेश्वर इक्टठा करेंगे| हिला की धूल,यीशु के प्रिय प्रशंसक, भगवान के लोगों के उपर,उठो| अपनी गर्दन,आप सिय्योन की बेटी, मैट्रिक्स में एक दास से जंजीरो को ढीला|(यशायाह 52:2 देखे)|अग्नि परिळा की और नींद के घंटे का अंत आ गया है और के बारे में ओमेगा युग हे भोर को|