“मैंने अपनी पीठ उन लोगों के सामने पेश की जिन्होंने मुझे पीटा,और मेरे गाल उसकी ओर जिसने मेरी दाढ़ी नोची;मैंने अपना चेहरा नहीं छुपायाअपमान और थूकने से।परन्तु सृष्टिकर्ता परमेश्वर ने मुझे छुड़ाया;इसलिए मुझे गिराया नहीं गया;इस कारण मैं ने अपके मुंह को पत्यर सा कठोर कर लिया हैऔर मुझे पता है कि मैं निराश नहीं होऊंगा।वह निकट है जो मुझे धर्मी ठहराता है;मुझ पर कौन आरोप लगा सकता है?आइए तुलना करते हैं!मेरा विरोधी कौन है?मेरे पास आओ!मेरे पिता मेरी सहायता के लिए आएंगे;वह कौन है जो मेरी निंदा करेगा?देख, ये सब वस्त्र के समान फीके हो जाएंगे,कीड़ा उन्हें खा जाएगा।तुम में से कौन सृष्टिकर्ता परमेश्वर का भय मानता हैऔर अपने डाकिया की आवाज सुनता है?यद्यपि वह प्रकाश से रहित अन्धकार में चलता है,सृष्टिकर्ता परमेश्वर के नाम पर भरोसा रखेंऔर अपने पिता पर निर्भर रहो!”अँधेरे में रौशनी जगमगाती है,और अन्धेरा उस पर न छाया।(यूहन्ना 1:5 के अनुसार सुसमाचार देखें और यशायाह 50:6-10 देखें)