कल का साम्राज्य

लेकिन आखिरी समय में,

निर्माता भगवान के घर का पहाड़

पहाड़ों की चोटी पर स्थापित किया जाएगा

और वह सब पहाड़ियों से ऊपर उठेगा।

और सारे जगत के लोग उसके पास झुंड में आएंगे।

कई राष्ट्र आएंगे और कहेंगे:

“आओ, हम सृष्टिकर्ता परमेश्वर के पर्वत पर चढ़ें,

इब्राहीम, इसहाक और याकूब के परमेश्वर के भवन में;

वह हमें अपने तरीके सिखाएगा

और हम उसके पथों पर चलेंगे!”

क्‍योंकि भले और बुरे का ज्ञान सिय्योन से निकलेगा,

यरूशलेम से सारे ब्रह्मांड के वास्तुकार का प्रकाश आएगा।

वह बहुत से लोगों के बीच न्याय करेगा,

शक्तिशाली और दूर देशों के बीच मध्यस्थ।

वे अपक्की तलवारोंसे कीड़े मकोड़े बनाएंगे,

वे अपके भालोंसे भाले बनाएंगे;

एक राष्ट्र अब दूसरे के विरुद्ध अपनी तलवार न उठाएगा।

और वे फिर युद्ध नहीं सीखेंगे।

वे अपनी दाखलता और अंजीर के पेड़ के नीचे बैठ सकेंगे,

बिना किसी को डराए;

क्‍योंकि सर्वशक्तिमान के मुख से यह बात कही गई है।

जबकि सभी लोग अपने भगवान के नाम पर चलते हैं,

हम सृष्टिकर्ता परमेश्वर, अपने पिता, के नाम पर सदा चलते रहेंगे।

(मीका 4:1-5 देखें)